अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध: ट्रंप ने चीन से आयात पर लगाया 104% टैक्स
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध:
अमेरिका और चीन के बीच चल रही व्यापारिक तनातनी ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के खिलाफ बड़ा और कड़ा फैसला लिया है।
ट्रंप प्रशासन की तरफ से जानकारी दी गई है कि चीन से आने वाले कुछ खास उत्पादों पर अब 104% तक का आयात शुल्क (टैरिफ) लगाया जाएगा।
ट्रंप का यह कदम न सिर्फ आर्थिक बल्कि राजनीतिक रूप से भी अहम है। चुनावी साल में घरेलू मतदाताओं को साधने और अमेरिका फर्स्ट की अपनी नीति को दोहराने के लिए यह एक बड़ा दांव माना जा रहा है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम चीन को झटका देने के साथ-साथ अमेरिकी उद्योगों को मज़बूत करने की रणनीति का हिस्सा है।
हालांकि इसका असर आम उपभोक्ताओं पर महंगाई के रूप में भी देखने को मिल सकता है।
व्हाइट हाउस से आई जानकारी के अनुसार यह टैक्स उन चीनी उत्पादों पर लगाया जाएगा जो अमेरिकी बाज़ार में कीमतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ट्रंप के इस फैसले से वैश्विक व्यापार जगत में खलबली मच गई है। वहीं अमेरिका में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
क्यों लगाया गया ये टैरिफ?
ट्रंप का दावा है कि चीन की कंपनियाँ अमेरिकी बाज़ार में सस्ती दरों पर माल बेचकर घरेलू कंपनियों को नुकसान पहुँचा रही हैं।
ऐसे में यह टैरिफ फैसला अमेरिका के औद्योगिक क्षेत्र को बचाने और देश के अंदर प्रोडक्शन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
उन्होंने इसे “फेयर ट्रेड” की दिशा में आवश्यक बताया है।
किस-किस पर पड़ेगा असर?
जानकारों के मुताबिक यह टैक्स मुख्यतः स्टील, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सोलर पैनल्स और अन्य मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स पर लागू हो सकता है।
इससे अमेरिका में इन वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन ट्रंप का मानना है कि इससे घरेलू कंपनियों को राहत मिलेगी और नौकरियाँ अमेरिका में वापस आएंगी।
वैश्विक आर्थिक माहौल में हलचल तेज़ –
इस फैसले के बाद वैश्विक आर्थिक माहौल में हलचल तेज़ हो गई है। सभी की नज़र अब चीन की प्रतिक्रिया पर टिकी है। माना जा रहा है कि चीन इस फैसले के जवाब में अमेरिका से आयात होने वाले उत्पादों पर जवाबी टैक्स लगा सकता है, जिससे एक बार फिर ट्रेड वॉर शुरू होने की आशंका बढ़ गई है।