एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में विराट कोहली का कैसा रहा है प्रदर्शन, जानें क्या कहते हैं आंकड़े
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025-
भारतीय क्रिकेट और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के सुपरस्टार विराट कोहली के लिए बेंगलुरु का एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम किसी किले से कम नहीं है।
इस मैदान पर उनके बल्ले ने कई बार आग उगली है और उन्होंने अपनी बेहतरीन पारियों से फैंस का दिल जीता है। IPL हो या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, कोहली ने इस मैदान में जबरदस्त प्रदर्शन किया है।
आइए नजर डालते हैं चिन्नास्वामी स्टेडियम में उनके रिकॉर्ड पर। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम विराट कोहली के लिए सिर्फ एक क्रिकेट ग्राउंड नहीं, बल्कि उनकी बल्लेबाजी का गढ़ है।
यहां उन्होंने कई यादगार पारियां खेली हैं और अपने फैंस को झूमने पर मजबूर किया है। IPL 2025 में भी फैंस को उम्मीद होगी कि कोहली इस मैदान पर अपनी चमक बिखेरें और RCB को एक बार फिर जीत की राह पर ले जाएं। ऐसे में फैंस की नजरें बुधवार की रात होने वाले मैच पर टीकी है।
सभी को कोहली से बरी पारी की उम्मीद है।
IPL में विराट कोहली का रहा है शानदार प्रदर्शन –
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में विराट कोहली ने IPL में कई यादगार पारियां खेली हैं। इस मैदान पर उन्होंने RCB के लिए खेलते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
इस मैदान में उन्होंने कुल 80 मैच खेले हैं और 40 प्लस के औसत से 2800 प्लस रन बनाए हैं। आईपीएल में उनका स्ट्राइक रेट 135 प्लस है।
उन्होंने इस मैदान में उनका हाई स्कोर 113 रन है।
T20 क्रिकेट में कोहली का रिकॉर्ड –
T20 फॉर्मेट में चिन्नास्वामी की पिच को बल्लेबाजों के लिए मददगार माना जाता है। इस मैदान में किंग कोहली ने यहां अपनी क्लास दिखाई है। चाहे RCB के लिए हो या भारत के लिए, कोहली का बल्ला इस मैदान पर खूब चला है।
वनडे क्रिकेट में कोहली का जलवा –
वनडे फॉर्मेट में भी कोहली ने इस मैदान पर शानदार पारियां खेली हैं। उनकी कुछ बेहतरीन पारियां इस मैदान पर आई हैं, जिनमें उन्होंने विपक्षी टीमों के खिलाफ आसानी से रन बनाए हैं।
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम पर रहा है खास जुड़ाव –
विराट कोहली ने 2016 IPL सीजन में इसी मैदान पर अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। RCB के कप्तान के रूप में कोहली ने इस मैदान पर कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। किंग कोहली का चिन्नास्वामी स्टेडियम में स्ट्राइक रेट और औसत बाकी मैदानों की तुलना में बेहतर है।