वक्फ बिल (Waqf Bill) पर गरमाई देश की राजनीति, देशभर में छिड़ी बहस
वक्फ बिल (Waqf Bill):
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 ने देशभर में बहस छेड़ दी है। मुस्लिम संगठन इसे अपने अधिकारों पर खतरा मान रहे हैं।
जबकि भारत सरकार इसे पारदर्शिता बढ़ाने वाला कदम बता रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह विधेयक आगे क्या मोड़ लेता है।
विपक्षी दलों और मुस्लिम संगठनों की कड़ी आपत्ति के चलते यह मामला राजनीतिक रंग ले चुका है। इस बिल को लेकर कई राजनीति दलों के नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है।
हालांकि भारत सरकार ने विपक्ष और मुस्लिम संगठनों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस विधेयक का उद्देश्य केवल पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है।
आइए जानते हैं राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं:
1) कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय की संपत्तियों को सरकारी नियंत्रण में लाने की कोशिश है। यह संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के खिलाफ है।
2) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि यह मुस्लिम समुदाय के साथ अन्याय है।
3) एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने इसे मुस्लिम विरोधी कदम बताते हुए कहा कि सरकार वक्फ संपत्तियों को हड़पना चाहती है।
4) केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करना चाहते हैं। इससे मुस्लिम समाज को ही फायदा होगा।