महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वालों की अब खैर नहीं-निगरानी को ‘एंटी ईव टीजिंग स्क्वॉड’ की होगी तैनाती
महिला सुरक्षा:
दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों में महिलाओं को छेड़ने वालों की अब खैर नहीं। दिल्ली पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के साथ अपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले मनचलों पर शिकंजा कसने के लिए अब हर जिले में एंटी ईव टीजिंग स्क्वॉड की तैनाती करेगी।
इसका नाम ‘शिष्टाचार स्क्वॉड’ रखा गया है। यह दस्ते गुप्त रूप से सादा कपड़ों और वर्दी में दोनों तरह से गश्त करेंगे, ताकि छेड़छाड़ करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा सके। महिला पुलिसकर्मी भी इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
बताया गया कि हर जिले में कम से कम दो विशेष दस्ते तैनात किए जाएंगे। इनकी जिम्मेदारी महिलाओं के खिलाफ छेड़छाड़ और अन्य अपराधों को रोकना और अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई करना होगी।
हर दस्ते में एक इंस्पेक्टर, एक सब-इंस्पेक्टर, चार महिला पुलिसकर्मी, पांच पुरुष पुलिसकर्मी शामिल होंगे। इस दस्ते को तकनीकी सहायता मुहैया कराने के लिए स्पेशल स्टाफ के एक सदस्य को भी शामिल किया जाएगा।
सभी दस्तों को चार पहिया वाहन और दोपहिया वाहन भी दिए जाएंगे।
दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा हमेशा बड़ा मुद्दा रहा है। निर्भयाकांड के बाद सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं।
जिनमें सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाना, बसों और सार्वजनिक स्थानों पर मार्शल की तैनाती, महिला हेल्पलाइन 1091 को मजबूत करना और पिंक पेट्रोलिंग यूनिट को सक्रिय करना शामिल है।
बताया गया कि राजधानी में ऐसे इलाकों की पहचान की जा रही है। जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं ज्यादा होती हैं।
उन स्थानों को ‘हॉटस्पॉट’ (hotspot)के रूप में चिह्नित किया जाएगा। ये सूची सभी जिले के पुलिस उपायुक्त के साथ साझा की जाएगी।
इसके बाद जिले के पुलिस उपायुक्त की जिम्मेदारी होगी कि यहां ‘शिष्टाचार स्क्वॉड’ की तैनाती रहे।
अगर उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी होती है, तो महिलाएं बिना किसी डर के पुलिस की हेल्पलाइन 1091 या 112 पर कॉल करें।
दिल्ली सरकार और पुलिस प्रशासन का यह कदम राजधानी को महिलाओं के लिए सुरक्षित शहर बनाने की दिशा में एक मजबूत पहल है।
उम्मीद की जा रही है कि ‘एंटी ईव-टीजिंग स्क्वॉड’ के सक्रिय होने से महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी आएगी।
दिल्ली पुलिस