उत्तराखंड में दर्दनाक हादसा: शादी में जा रही थार खाई में गिरी, एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत
Uttarakhand road accidents:
उत्तराखंड के टिहरी जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई। फरीदाबाद से चमोली के गौचर में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे परिवार की थार वाहन बगवान के पास लगभग 250 मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई।
हादसे में छह लोगों में से पांच की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला को गंभीर हालत में रेस्क्यू किया गया।
परिवार मूल रूप से चमोली जिले का निवासी था, लेकिन वर्तमान में फरीदाबाद, हरियाणा में रह रहा था। वे बदरीनाथ हाईवे पर देवप्रयाग से लगभग 15 किलोमीटर श्रीनगर की ओर स्थित बगवान क्षेत्र में हादसे का शिकार हुए।
स्थानीय प्रशासन और रेस्क्यू टीमों ने क्रेन की मदद से वाहन को नदी से बाहर निकाला और शवों को बरामद किया।
इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय लोगों और प्रशासन ने मिलकर राहत और बचाव कार्यों को अंजाम दिया। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
कैसे हुआ हादसा?
यह दुर्घटना देवप्रयाग से करीब 15 किलोमीटर दूर श्रीनगर की ओर, बगवान नामक स्थान के पास हुई।
बताया जा रहा है कि जैसे ही वाहन मोड़ पर पहुंचा, ड्राइवर का नियंत्रण वाहन से हट गया और थार सीधे गहरी खाई में गिरते हुए अलकनंदा नदी तक जा पहुँची।
गिरते समय वाहन कई बार पलटा और चट्टानों से टकराया, जिससे उसके परखच्चे उड़ गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई और राहगीरों ने तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचना दी।
रेस्क्यू ऑपरेशन बना चुनौती –
खाई की गहराई और इलाके की दुर्गमता के कारण राहत और बचाव कार्य बेहद कठिन रहा। स्थानीय लोग, पुलिस, एसडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं।
क्रेन और रस्सियों की मदद से शवों और घायलों को बाहर निकाला गया। मृतकों के शवों को खाई से निकालने में कई घंटे लग गए। हादसे की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में मातम पसर गया।
एक सपनों से भरी यात्रा, जो कभी पूरी न हो सकी –
परिवार एक खुशी के मौके पर, अपने सगे-संबंधियों से मिलने और शादी समारोह में शामिल होने के लिए निकला था। लेकिन किसे पता था कि यह सफर कभी मंजिल तक नहीं पहुँचेगा।
एक पल में पूरा परिवार उजड़ गया। जिन्हें फूलों से स्वागत होना था, आज उन पर फूलों की चादर डाली जा रही है।
स्थानीय लोगों की मदद और प्रशासन की कार्रवाई –
स्थानीय ग्रामीणों ने घटना के तुरंत बाद रेस्क्यू टीम के साथ मिलकर काफी मदद की। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता और राहत देने की बात कही है। साथ ही, राज्य सरकार की ओर से शोक व्यक्त करते हुए आर्थिक मुआवजे की भी घोषणा की जा सकती है।
पर्वतीय सड़कों पर सावधानी बेहद जरूरी –
यह हादसा एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करता है कि पहाड़ी सड़कों पर वाहन चलाते समय अत्यधिक सतर्कता और सावधानी जरूरी है।
यहां की सड़कों पर एक छोटी सी चूक भी जानलेवा साबित हो सकती है। तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग और चालक की थकान जैसे कारण ऐसे हादसों को जन्म देते हैं।
जनमानस में शोक और सवाल –
इस हादसे ने लोगों के मन में गुस्सा और गहरा दुख भर दिया है। एक ओर शादी की खुशियों की तैयारी चल रही थी, दूसरी ओर अपनों की असमय विदाई की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया।