अमेरिका-चीन के वैश्विक व्यापार युद्ध की आग तेज- भारत समेत 180 देशों पर असर
सच समाचार:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन, भारत समेत अन्य 180 देशों पर पारस्परिक टैरिफ (शुल्क) लगाने की घोषणा की है।
इस कदम से वैश्विक आर्थिक बाजारों में हलचल मच गई है और व्यापार जगत में अनिश्चितता का माहौल बन गया है।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक टकराव की स्थिति उतपन्न हो गई। इन दोनों देशों के बीच व्यापारिक टकराव की स्थिति से वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी बनता जा रहा है।
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं आमने-सामने आने से इसका असर सिर्फ दो देशों तक सीमित नहीं रहेंगे। बल्कि भारत समेत तमाम देश इसकी चपेट में आ सकते हैं।
चीन अपनी नीति में बदलाव नहीं करता, तो अमेरिका और सख्त कदम उठाएगा: ट्रंप
चीन द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर 34% का जवाबी शुल्क लगाए जाने के बाद ट्रंप प्रशासन ने प्रतिक्रिया स्वरूप 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
ट्रंप ने दो टूक कहा कि अगर चीन अपनी नीति में बदलाव नहीं करता, तो अमेरिका और सख्त कदम उठाएगा।
वहीं चीन ने भी साफ कर दिया है कि वह किसी दबाव में नहीं झुकेगा और अंत तक अमेरिका का सामना करेगा।
ब्लैकमेलिंग का खेल बंद हो –
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने ट्रंप की धमकी को एक गलती पर दूसरी गलती करार दिया और अमेरिका पर व्यापारिक दबाव डालने का आरोप लगाया।
मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यदि अमेरिका टैरिफ बढ़ाता है, तो चीन भी अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हरसंभव जवाबी कार्रवाई करेगा।
आत्मसम्मान पर कोई समझौता नहीं –
जहां एक ओर चीन ने अमेरिका के साथ बातचीत की इच्छा जताई है, वहीं यह भी स्पष्ट किया है कि वह अपनी शर्तों और आत्मसम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका पर अंतरराष्ट्रीय नियमों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि वे किसी भी कीमत पर अमेरिकी दबाव में नहीं आएंगे।
टैरिफ की जंग ने मंदी की आहट बढ़ाई –
अब तक अमेरिका चीन पर कुल 54% टैरिफ लगा चुका है। चीन ने भी बिना देर किए अपने जवाबी कदम उठाए हैं।
ट्रंप की ओर से यह चेतावनी दी गई है कि अगर मंगलवार तक चीन ने अपना फैसला वापस नहीं लिया, तो इस सप्ताह और सख्त टैरिफ लागू कर दिए जाएंगे।
इसके साथ ही अमेरिका ने चीन के साथ प्रस्तावित बैठकों को भी रद्द कर दिया है।