बैंकिंग सेवाओं में बदलाव: जानें एटीएम से पैसे निकालने और न्यूनतम बैलेंस के नए नियम

Rohit Baraik
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बैंकिंग सेवाओं में बदलाव: जानें एटीएम से पैसे निकालने और न्यूनतम बैलेंस के नए नियम

bank ki khabren:
भारत में बैंकिंग सेवाओं में हाल ही में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जिनका असर आम जनता पर पड़ेगा। एटीएम से पैसे निकालने और न्यूनतम बैलेंस के नियमों में हुए इन बदलावों के बाद ग्राहकों को अपनी बैंकिंग आदतों में बदलाव करना पड़ सकता है।

एटीएम से पैसे निकालने के नए नियम –

बैंक ऑफ इंडिया, एसबीआई और अन्य प्रमुख बैंकों ने एटीएम से पैसे निकालने के नियमों में बदलाव किए हैं।

अब, एटीएम से महीने में मुफ्त निकासी की सीमा को घटाकर 5 बार कर दिया गया है। इसके बाद, ग्राहकों को हर अतिरिक्त निकासी पर शुल्क चुकाना होगा।

पहले यह सीमा 10 बार थी। वहीं, कुछ बैंकों ने नकद निकासी पर शुल्क को भी बढ़ा दिया है।

इसका मुख्य कारण बैंकिंग सेक्टर में बढ़ते खर्च और बढ़ती डिजिटल लेनदेन की प्रवृत्तियों को देखते हुए शुल्क वृद्धि है।

न्यूनतम बैलेंस के नए नियम –

न्यूनतम बैलेंस के नियमों में भी बदलाव किया गया है। अब बैंकों में बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना और भी जरूरी हो गया है।

अगर ग्राहक निर्धारित न्यूनतम बैलेंस में कमी करते हैं, तो उन्हें अब दंड शुल्क का सामना करना पड़ सकता है।

यह शुल्क ग्राहकों के खाते की स्थिति और बैंक के नियमों के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।

इस बदलाव का उद्देश्य बैंकों को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त करना और ग्राहकों को अपने खातों में अधिक बैलेंस रखने के लिए प्रेरित करना है।

ग्राहकों के लिए क्या होगा असर?

इन बदलावों का असर मुख्य रूप से उन ग्राहकों पर पड़ेगा, जो एटीएम से नियमित रूप से पैसे निकालते हैं और जिनके खातों में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने में मुश्किल होती है।

ग्राहकों को अब हर महीने एटीएम से सीमित बार ही पैसे निकालने की छूट होगी, और अगर वे बैलेंस के नियमों का पालन नहीं करते, तो उन्हें दंड शुल्क भरना पड़ सकता है।

हालांकि, इन बदलावों के बावजूद ग्राहकों को कुछ राहत भी दी गई है, जैसे कि बैंकिंग शुल्कों का डिजिटल लेनदेन पर अधिक ध्यान दिया गया है।

क्या करें ग्राहक?

ग्राहकों को इन बदलावों से बचने के लिए अपनी बैंकिंग आदतों में बदलाव करने की सलाह दी जा रही है।

उन्हें नियमित रूप से अपने खातों की समीक्षा करनी चाहिए और किसी भी अनावश्यक शुल्क से बचने के लिए बैलेंस बनाए रखने पर ध्यान देना चाहिए।

इसके साथ ही, डिजिटल लेनदेन के विकल्पों का उपयोग करके एटीएम निकासी शुल्क से बचा जा सकता है।

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