झारखंड समेत 16 राज्यों में लू का प्रकोप बढ़ने की आशंका
मौसम का हाल:
देश के कई राज्यों में इस साल भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि अप्रैल से जून के बीच लू (हीट वेव) के दिन सामान्य से अधिक हो सकते हैं।
खासतौर पर उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत और पूर्वी राज्यों में इसका असर ज्यादा देखने को मिलेगा।
झारखंड के अलावा राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी लू का प्रकोप बढ़ सकता है।
मार्च में बारिश कम होने के कारण तापमान पहले ही बढ़ चुका है और अप्रैल-जून के दौरान स्थिति और गंभीर हो सकती है।
हालांकि, प्रशासन सतर्क है और लोगों को भी लू से बचाव के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
मार्च में सामान्य से कम हुई बारिश –
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मार्च महीने में देशभर में औसत से 32.6% कम वर्षा हुई। उत्तर-पश्चिम भारत में यह कमी 41.3% तक दर्ज की गई, जिससे तापमान में बढ़ोतरी हुई।
मार्च में अधिकतम तापमान 32.65 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 18.32 डिग्री और औसत तापमान 25.48 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य औसत तापमान से अधिक है, जिससे गर्मी का असर पहले से ही महसूस किया जाने लगा है।
अप्रैल-जून के बीच तापमान रहेगा सामान्य से अधिक –
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल से जून के बीच देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
खासकर झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हीट वेव के दिनों की संख्या बढ़ सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक बढ़ सकता है, जिससे लोगों को तेज गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
झारखंड में लू का असर ज्यादा होने की संभावना –
रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, इस साल झारखंड में लू का प्रकोप अधिक देखने को मिल सकता है।
अप्रैल-जून के दौरान झारखंड के कई जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी के कारण मार्च में मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहा, लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी, लू के दिन भी बढ़ेंगे।
अगले सात दिनों तक लू से राहत –
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले सात दिनों तक झारखंड समेत कुछ राज्यों में लू चलने की संभावना नहीं है।
हालांकि, अप्रैल के मध्य से ही तापमान में तेज वृद्धि होने की संभावना है और मई-जून में लू के दिन ज्यादा रह सकते हैं।
गर्मी से बचाव के लिए सावधानी बरतने की सलाह –
चूंकि इस साल लू के दिन अधिक हो सकते हैं, इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। धूप में निकलने से बचें, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, भरपूर पानी पिएं और जरूरी न हो तो दोपहर के समय बाहर निकलने से बचें।
विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होगी।
सामान्य से अधिक हो सकती है अप्रैल की बारिश –
मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल अप्रैल में बारिश सामान्य के करीब रह सकती है। औसतन अप्रैल में 39.2 मिमी बारिश होती है, जो गर्मी को कुछ हद तक कम कर सकती है। हालांकि, बारिश कब और कितनी होगी, यह स्थानीय मौसम स्थितियों पर निर्भर करेगा।
लू से निपटने के लिए प्रशासन तैयार –
झारखंड सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लू से निपटने के लिए पहले से तैयारी शुरू कर दी है।
अस्पतालों में लू पीड़ितों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है और पानी की किल्लत से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे गर्मी से बचने के लिए जरूरी उपाय अपनाएं और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।