Ram navami 2025: रामनवमी के अवसर पर पूरे भारत में दिखा श्रद्धा, आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम
Ram navami 2025:
भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव रामनवमी के अवसर पर रविवार को पूरे भारत में श्रद्धा, आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। देश के कोने-कोने में जय श्री राम के जयकारे लगते रहे।
जय श्रीराम की गूंज, मंदिरों में घंटियों की ध्वनि और शोभायात्राओं की भव्यता ने वातावरण को दिव्यता से भर दिया।
रामनवमी को लेकर सुबह से ही राम मंदिरों भक्तों की भीड़ उमड़ती रही।
सुबह से दोपहर तक मंदिरों एवं घरों में पूजा करने के बाद दोपहर बाद शोभायात्रा का दौर शुरू हुआ जो देर शाम तक चलता रहा।
शोभायात्रा में शामिल रामभक्त महावीरी पताका के साथ अस्त्र शस्त्र लेकर शामिल हुए थे। मौके पर अस्त्र शस्त्र का भी हैरत अंगेज प्रदर्शन किया गया।
अयोध्या: जन्मभूमि पर उमड़ा जनसैलाब
भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में इस बार का आयोजन ऐतिहासिक रहा। रामलला के भव्य मंदिर में अहले सुबह वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विशेष पूजन हुआ।
मौके पर हजारों श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर की भव्य सजावट, दीपों की रौशनी और भक्तों की भीड़ ने रामजन्मभूमि को स्वर्ग सा बना दिया।
दोपहर बाद शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में रथ पर सजे राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान जी की जीवंत झाँकियाँ देख लोग भावविभोर हो उठे।
मध्यप्रदेश: उज्जैन और भोपाल में झूमे भक्त
उज्जैन और भोपाल में रामनवमी पर भव्य शोभायात्राओं का आयोजन हुआ। ढोल-नगाड़ों की थाप पर रामभक्त नृत्य करते हुए निकले।
शोभा यात्रा में ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। बच्चों ने रामायण के पात्रों का रूप धारण कर अद्भुत झलकियाँ प्रस्तुत कीं।
बिहार: पटना और दरभंगा में निकली भक्ति की बयार
बिहार की राजधानी पटना में मुख्य सड़कें रंगोली और पुष्पों से सजाई गईं। शोभायात्रा में सैंकड़ों रथों पर विभिन्न प्रसंगों की झाँकियाँ प्रस्तुत की गईं। इस दौरान ‘जय श्रीराम’ के नारे गूंजते रहे। दरभंगा, गया और मुजफ्फरपुर में भी विशाल भजन संध्याओं और भंडारों का आयोजन किया गया।
राजस्थान: जयपुर में राजसी भव्यता
जयपुर में शोभायात्रा ने एक राजसी रूप ले लिया। रथों को सुनहरी सजावट से सुसज्जित किया गया। ऊँटों, घोड़ों और लोक कलाकारों की टोली ने यात्रा की शोभा बढ़ाई।
महिलाएं पारंपरिक परिधानों में मंगल गीत गाती रहीं। श्रीराम के जीवन पर आधारित लोकनाट्य प्रस्तुतियाँ भी हुईं, जिसने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
झारखंड: रांची और जमशेदपुर में दिखी आस्था
रांची और जमशेदपुर में भी रामनवमी बड़े उत्साह से मनाई गई। अखाड़ों की परंपरागत झाँकियाँ, धार्मिक झंडे और झूलों से सजे मार्गों पर हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान राम के जयकारों के साथ भाग लिया।
रामायण का सामूहिक पाठ और भजन संध्याओं ने आयोजन को और विशेष बना दिया। शोभायात्रा में भारी संख्या में महिलायें भी शामिल हुई।
उत्तरप्रदेश के अन्य शहर: वाराणसी, प्रयागराज और मथुरा
श्रीरामनवमी के मौके पर उतरप्रदेश के वाराणसी की गलियों में जब शोभायात्रा निकली, तो हर कोना राममय हो गया। गंगा घाटों पर विशेष पूजन और दीपदान किया गया।
प्रयागराज में संगम पर स्नान कर हजारों श्रद्धालु राम दरबार की झाँकी देखने के लिए एकत्र हुए।
मथुरा में राम और कृष्ण के संगम की झलक देखने को मिली, जहाँ रासलीला और रामलीला दोनों मंचित की गईं।