मस्जिदों में पढ़ी गयी रमजान के चौथे जुमे की नमाज- उमड़ी नमाजियों की भीड़
Ramzan:
मुकद्दस रमजानुल मुबारक के महीने में इबादत का दौर जारी है। रमजान के चौथे जुमे के मौके पर 21 मार्च यानी शुक्रवार को मस्जिदों में नमाजियों की जबरदस्त भीड़ रही।
इस दौरान लाखों सिर सजदे में झुके। आलम यह रहा कि मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ के चलते मस्जिदों के बाहर नमाजियों को सफें बिछानी पड़ी। तब नमाज अदा की।
चौथे जुम्मे के मौके पर नमाजियों-रोजेदारों ने गुनाहों की तौबा की।
देश भर के लगभग सभी मस्जिदों में भी रमजान के चौथे जुम्मे के मौके पर तकरीर हुई। इसमें रमजान की फजीलत बयां की गई। साथ ही फितरा और जकात की रकम अदा करने की बात कही गई।
मस्जिद के पेशे इमाम मौलाना ने कहा कि –
माह-ए-रमजान में कुरान शरीफ की जो तिलावत करेगा, उसे अल्लाहताला जन्नत नसीब फरमाएगा।
कहा कि माह-ए-रमजान में शैतान को अल्लाह की ओर से जकड़ दिया जाता है। रोजेदारों के लिए जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते है।
माह-ए-रमजान में मुस्लिम बारगाह-ए-इलाही में अपने गुनाहों की माफी मांगता है, तो अल्लाह अपने बंदों के गुनाहों को माफ कर देता है।
इस महीने में गरीबों जरुरतमंदों का ख्याल रखे और अल्लाह की राह में खैरात करें।
उन्होंने विशेष रुप से इस माह में जकात अदा करने की बात कहते हुए कहा कि इस माह में जकात की रकम अदा करने से 70 गुणा सवाब मिलता है।
इसलिए उन्होंने इस माह में फितरे और जकात की रकम अदा करने की बात कही। मौके पर काफी संख्या् में मुस्लिम धर्मावलंबी उपस्थित थे।