उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट विस्तार जल्द-संभावित दावेदारों में हलचल तेज

Rohit Baraik
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उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट विस्तार जल्द-संभावित दावेदारों में हलचल तेज

Uttrakhand cabinet:
उत्तराखंड सरकार में बहुत जल्द कैबिनेट का विस्तार होने की उम्मीद है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से मुलाकात की।

हालांकि सरकारी सूत्र हालांकि इसे शिष्टाचार भेंट बता रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री के राज्यपाल से मुलाकात के साथ ही सियासी हलकों में इसे कैबिनेट विस्तार से जोड़े जाने की चर्चाएं तेजी से चल रही हैं।

इधर मुख्यमंत्री के राज्यपाल से मुलाकात के साथ ही भाजपा विधायकों के संभावित दावेदारों में हलचल तेज हो गई है।

सम्भावित दावेदार जोड़-तोड़ में लगे हैं। ऐसी चर्चाएं भी हैं कि विस्तार में कुछ मंत्रियों को भी हल्का किया जा सकता है।

बता दें कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कुछ माह पूर्व ही इस्तीफा दिया है। उनके इस्तीफा स्वीकार होने के बाद से ही कैबिनेट विस्तार की अटकलें लगाई जाने लगी थी।

प्रेमचंद के इस्तीफे से अब कैबिनेट में पांच पद खाली हो चुके हैं। इन्हें समय पर भरना भी सरकार की मजबूरी है, क्योंकि नए मंत्रियों को अपना प्रदर्शन दिखाने के लिए कुछ वक्त भी चाहिए होगा।

इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर धामी अचानक राजभवन पहुंच गए। उनकी काफी देर तक राज्यपाल से मुलाकात हुई।

सूत्रों के अनुसार कैबिनेट विस्तार से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को दायित्वों से भी नवाजा जा सकता है। पार्टी सूत्रों के अनुसार इस पर लगभग कसरत पूरी हो चुकी है।

जानकारी के अनुसार पार्टी हाईकमान को 30-32 कार्यकर्ताओं की सूची भेजी जा चुकी है। मुख्यमंत्री धामी चरणों में यह सूची जारी करेंगे या फिर एक साथ यह तोहफा देंगे, यह फैसला वे स्वयं लेंगे।

कयास लगाया जा रहा है कि मार्च माह में ही उत्तराखंड कैबिनेट का विस्तार होना है। 23 मार्च को धामी सरकार का तीन साल का कार्यकाल भी पूरा होने जा रहा है। लिहाजा माना जा रहा है कि इसके आसपास कभी भी कैबिनेट विस्तार हो सकता है।

भाजपा के हलकों में यह चर्चा भी है कि हरिद्वार और नैनीताल से एक-एक विधायक को मंत्री पद मिल सकता है। हरिद्वार से विधायक मदन कौशिक, आदेश चौहान और प्रदीप बत्रा में से किसी एक को यह पद मिल सकता है।

वहीं नैनीताल से विधायक बंशीधर भगत और राम सिंह कैड़ा के नाम की चर्चाएं हैं। देहरादून जिले से विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चौहान और सहदेव पुंडीर, वहीं टिहरी के देवप्रयाग से विनोद कंडारी और पिथौरागढ़ से विशन सिंह चुफाल प्रबल दावेदारों में हैं।

सूत्रों का कहना है कि मौजूदा कैबिनेट मंत्रियों में कुछ मंत्रियों से विभाग वापस लिए जा सकते हैं, जबकि कुछ का कद भी बढ़ाया जा सकता है।

ऐसी चर्चाओं के बीच कैबिनेट मंत्रियों में भी बैचेनी बढ़ गई है।
दायित्वधारियों पर भी कसरत तेज हुई ।

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