महावीर जयंती 2025: 10 अप्रैल को देशभर में श्रद्धा और उल्लास से मनाई जाएगी भगवान महावीर की जयंती

Rohit Baraik
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महावीर जयंती 2025: 10 अप्रैल को देशभर में श्रद्धा और उल्लास से मनाई जाएगी भगवान महावीर की जयंती

Mahaveer jayanti 2025:
भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक, जिसे महावीर जयंती के रूप में जाना जाता है।

इस वर्ष 10 अप्रैल 2025 को देशभर में श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक सौहार्द्र के साथ मनाया जाएगा।

यह दिन जैन समुदाय के लिए सबसे पवित्र पर्वों में से एक है और सम्पूर्ण भारत में इसे बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाने की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं।

महावीर जयंती न केवल एक धार्मिक उत्सव है। बल्कि यह अहिंसा, करुणा, सत्य और आत्मसंयम जैसे जीवन मूल्यों को पुनः जाग्रत करने का भी अवसर है।

इस दिन को लेकर जैन मंदिरों, संस्थानों और सामाजिक संगठनों ने विविध आयोजन और सेवाकार्य निर्धारित किए हैं।

देशभर में तैयारियाँ जोरों पर –

महावीर जयंती के उपलक्ष्य में जैन मंदिरों को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। कई जगहों पर रथ यात्राएं, ध्वजारोहण, कलशाभिषेक, ध्यान सत्र, प्रवचन, भजन संध्या, और सामूहिक अर्घ्य विधान जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

शोभा यात्राओं की होंगी झांकियाँ, बच्चे लेंगे भाग –

इस बार की शोभा यात्राओं में भगवान महावीर के जीवन प्रसंगों पर आधारित भव्य झांकियाँ दिखाई जाएंगी।

बच्चों को भगवान महावीर की वेशभूषा में सजाया जाएगा और वे विभिन्न शिक्षाप्रद नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत करेंगे। प्रमुख मार्गों पर “अहिंसा यात्रा” निकाली जाएगी। जिसमें समाज के हर वर्ग के लोग भाग लेंगे।

कौन थे भगवान महावीर?

भगवान महावीर स्वामी, जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर, का जन्म ईसा पूर्व 599 में वैशाली (वर्तमान बिहार) के कुंडलपुर में हुआ था।

उन्होंने राजसी जीवन को त्याग कर आत्म-साक्षात्कार की खोज में 12 वर्षों की कठोर तपस्या की और अंततः कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति की।

उनका संदेश था “अहिंसा परम धर्मः”। जिसका अर्थ है “अहिंसा ही परम धर्म है।”

उन्होंने अपने उपदेशों के माध्यम से संसार को यह सिखाया कि सभी जीवों में आत्मा होती है और हर आत्मा का सम्मान होना चाहिए।

उनके द्वारा प्रतिपादित पाँच महान व्रत अहिंसा, सत्य, अचौर्य, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह आज भी आत्मिक शुद्धि और सामाजिक शांति का आधार माने जाते हैं।

सेवा कार्यों पर विशेष बल –

भगवान महावीर के जीवन से प्रेरणा लेकर इस दिन को सेवा दिवस के रूप में भी मनाया जाएगा। देशभर के जैन समाज के लोगों ने कई स्थानों पर रक्तदान शिविर, नेत्र परीक्षण, निःशुल्क चिकित्सा शिविर, अन्न वितरण, पशु सेवा, और साफ़-सफाई अभियानों की घोषणा की है।

भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों ने इस दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।

साथ ही कई राज्यों में स्थानीय निकायों द्वारा महावीर जयंती पर सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

विदेशों में भी होगी भव्यता से जयंती –

यूएसए, यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, केन्या और सिंगापुर जैसे देशों में बसे भारतीय और जैन समुदाय के लोग भी इस पर्व को मनाने की तैयारियों में जुटे हैं। न्यू जर्सी स्थित ‘जैन सेंटर ऑफ अमेरिका’ में तीन दिन का कार्यक्रम होगा जिसमें ऑनलाइन प्रवचन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और ध्यान सत्र शामिल हैं।

धार्मिक प्रवचनों का सीधा प्रसारण –

इस वर्ष महावीर जयंती के अवसर पर प्रमुख संतों और आचार्यों के प्रवचनों का लाइव टेलीकास्ट भी किया जाएगा। यह कार्यक्रम दूरदर्शन, यूट्यूब और विभिन्न धार्मिक चैनलों पर उपलब्ध रहेगा। लाखों श्रद्धालु घर बैठे ही भगवान महावीर के विचारों से जुड़ सकेंगे।

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